
रांची: झारखंड में नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन लगातार जारी है। हाल ही में लातेहार के सलैया जंगल में हुई मुठभेड़ में 10 लाख के इनामी पप्पू लोहारा और 5 लाख के इनामी प्रभात गंझू मारे गए। पप्पू लोहारा झारखंड जन मुक्ति परिषद का नेता था, जो एक विद्रोही माओवादी संगठन है। इस मुठभेड़ में झारखंड पुलिस के जवान अवध सिंह घायल हो गए, जिन्हें रांची के राज अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
17 नक्सलियों और उग्रवादियों को मार गिराया
झारखंड में नक्सल प्रभाव अब सिर्फ पांच जिलों तक सीमित है, गिरिडीह, गुमला, लातेहार, लोहरदगा और पश्चिमी सिंहभूम। पिछले पांच महीनों में, सीआरपीएफ और झारखंड पुलिस की संयुक्त टीम ने अलग-अलग मुठभेड़ में 17 नक्सलियों और उग्रवादियों को मार गिराया है। मारे गए नक्सलियों में एक करोड़ का एक, 25 लाख का एक, 15 लाख का एक और 10 लाख के दो इनामी नक्सली शामिल थे।
केंद्रीय गृह मंत्री की प्रतिक्रिया
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मार्च 2026 तक माओवादियों को खत्म करने की कसम खाई है। उन्होंने इस मुठभेड़ को “नक्सलवाद को खत्म करने की लड़ाई में एक ऐतिहासिक उपलब्धि” बताया।
अभियान के तहत लातेहार के इचावार जंगल में पुलिस ने कुख्यात नक्सली पप्पू लोहरा समेत दो नक्सलियों को मार गिराया। इस दौरान घायल हुए पुलिस के जवान अवध सिंह का उपचार राज अस्पताल में चल रहा है। रांची के सांसद ने उनसे मिलकर हालचाल जाना। ईश्वर से शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की