
झाड़ग्राम: झाड़ग्राम, जिसे कभी अपनी हरियाली और शांत परिवेश के लिए जाना जाता था, आज खस्ताहाल सड़कों की वजह से एक त्रासदीग्रस्त ज़िले के रूप में जाना जाने लगा है. राज्य राजमार्ग संख्या 5 से लेकर नए बस स्टैंड और मेदिनीपुर की ओर जाने वाली सड़कें अब गड्ढों से भरी हैं. कई जगहों पर तो घुटनों तक पानी भर गया है.
मानसून के आगमन के साथ हालात और बिगड़ चुके हैं. पैदल चलने वाले हों या बाइक, ऑटो और बस चालक – सभी को हर दिन जान जोखिम में डालकर यात्रा करनी पड़ रही है. हल्की बारिश में कीचड़ और फिसलन के चलते दुर्घटनाएं आम बात हो गई हैं. अब यह समझ पाना मुश्किल हो गया है कि गड्ढे में सड़क है या सड़क में गड्ढा.
स्थानीय लोगों के मुताबिक, सड़क की यह बदहाली अब लोगों की जान की कीमत वसूल रही है. कई बार गंभीर रोगियों को अस्पताल पहुंचाने में समय लगने से हालात बिगड़ जाते हैं. यह मार्ग स्कूली छात्रों के लिए भी भय का कारण बन चुका है.
स्थानीय निवासियों का कहना है कि कई बार प्रशासन को ज्ञापन, शिकायती पत्र और सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी दी गई. लेकिन मिला क्या? सिर्फ आश्वासन. कोई ठोस और स्थायी समाधान अब तक नहीं हुआ.
सड़क की इसी खस्ता हालत पर एक निवासी ने गुस्से में कहा – “मंत्री, सांसद और विधायक इसी रास्ते से आते-जाते हैं, लेकिन फिर भी उन्हें गड्ढे नहीं दिखते. क्या किसी की जान जाने के बाद ही कुछ किया जाएगा?”
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