
जादूगोड़ा: 9 अप्रैल 2025 को, यूसिल के उपमहाप्रबंधक राकेश कुमार (कार्मिक) ने एक अधिसूचना जारी की. इसके तहत, 31 मार्च 2018 के बाद सेवानिवृत्त होने वाले यूसिल कर्मियों को 1.5 लाख रुपये का हेल्थ बीमा मिलेगा. यूसिल इस बीमा की आधी राशि प्रदान करेगा. इस अधिसूचना की प्रतिलिपि सभी यूनियन नेताओं को भेजी गई.
यूनियन का विरोध: छलावा बताने वाले बयान
इस हेल्थ बीमा योजना को लेकर मजदूर नेता श्रीनिवास सिंह ने तीखा विरोध किया है. उन्होंने इसे सेवानिवृत्त कर्मचारियों के साथ छलावा बताते हुए कहा कि कोई भी बीमा कंपनी 60 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्ति का 5 लाख रुपये से कम का हेल्थ बीमा नहीं करती है. इसके अलावा, कई स्वास्थ्य जांच से गुजरने के बाद ही बीमा स्वीकृत किया जाता है. ऐसे में, यूसिल द्वारा सेवानिवृत्त कर्मियों को दी जाने वाली हेल्थ बीमा योजना से 90 प्रतिशत कर्मचारी लाभ नहीं उठा सकेंगे.
क्या यूसिल को परमाणु ऊर्जा विभाग की स्कीम लागू करनी चाहिए?
श्रीनिवास सिंह ने सुझाव दिया कि यूसिल को अपने सेवानिवृत्त कर्मचारियों को परमाणु ऊर्जा विभाग की हेल्थ स्कीम लागू करनी चाहिए, जो अधिकारियों को 21 लाख रुपये का सालाना हेल्थ बीमा देती है. उन्होंने यह भी कहा कि जो कर्मचारी 30 वर्षों तक यूरेनियम का डोज और धूल कण खाकर कंपनी की तरक्की में योगदान देते हैं, उन्हें वृद्धावस्था में स्वास्थ्य बीमा से वंचित रखना उचित नहीं है.
यूनियन का अगला कदम क्या होगा?
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि यूनियन इस मुद्दे पर किस तरह का रुख अपनाती है. क्या वे अपनी चुप्पी बनाए रखते हैं या फिर इस मुद्दे पर संघर्ष करने के लिए आगे आएंगे, यह भविष्य में स्पष्ट होगा.
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