- जिला विधिक सेवा प्राधिकरण और पीएलवी की पहल से बच्चों के आधार और बैंक सुविधा की राह आसान
- जन्म प्रमाण पत्र मिलने से बच्चों के अधिकार सुरक्षित हुए
पटमदा : डालसा के पीएलवी निताई चंद्र गोराई की अथक मेहनत से कंकादासा गांव के 17 बच्चों को जन्म प्रमाण पत्र मिल गया है। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा अप्रैल माह में आयोजित डोर टू डोर अभियान के दौरान गांव के 27 परिवारों ने जानकारी दी कि उनके 26 बच्चों के जन्म प्रमाण पत्र नहीं बने हैं। जन्म प्रमाण पत्र न होने के कारण बच्चों का आधार कार्ड नहीं बन पाया और बिना आधार के बैंक खाता भी नहीं खुला। शिक्षक गोवर्धन मुर्मू ने बताया कि आधार एवं बैंक खाता नहीं होने के कारण बच्चों को सरकारी स्टाइपेंड और स्कूल ड्रेस के पैसे नहीं मिल पा रहे थे। पीएलवी निताई चंद्र गोराई ने कैंप लगाकर और गांव का दौरा कर सभी बच्चों के लिए आवेदन पत्र तैयार किए।
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आवेदन पत्रों को आवश्यक पदाधिकारियों के हस्ताक्षर के बाद प्रखंड विकास पदाधिकारी के निर्देश पर लिपिक अरुण प्रसाद ने अनुमंडल भेजा। इसमें से 17 बच्चों को जन्म प्रमाण पत्र मिल गया, जबकि पांच आवेदन में त्रुटि होने के कारण दोबारा अनुमंडल भेजा गया और बाकी आवेदन आवश्यक कागजात की अनुपस्थिति के कारण पेंडिंग हैं। इस उपलब्धि से डालसा गांव में लोगों की उम्मीदें बढ़ गई हैं। गांव के ही सुनील सिंह, झरना सिंह और चंपाकली सिंह ने बाकि बचे बच्चों के जन्म प्रमाण पत्र बनाने में सहयोग का आग्रह किया और पंचायत स्तर पर आधार कार्ड बनाने हेतु कैंप लगाने की मांग की।
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प्रखंड विकास पदाधिकारी किकू महतो ने बताया कि फिलहाल कार्यालय में आधार ऑपरेटर नहीं है, लेकिन जैसे ही ऑपरेटर की नियुक्ति होगी, पंचायत स्तर पर आधार कार्ड कैंप लगाया जाएगा। इसके साथ ही जिला विधिक सेवा प्राधिकरण पूर्वी सिंहभूम के सचिव धर्मेंद्र कुमार ने गांव का दौरा कर बच्चों के आधार कार्ड हेतु कैंप आयोजित कराने का आश्वासन दिया। इससे उम्मीद है कि जल्द ही बाकी बच्चों को भी जन्म प्रमाण पत्र और आधार कार्ड मिल जाएगा, जिससे उनकी शिक्षा और सरकारी लाभों की सुविधा सुनिश्चित होगी।