
देवघर: देवघर जिला प्रशासन द्वारा आपदा से बचाव और राहत कार्यों को प्रभावी बनाने के लिए प्रखंड स्तर पर निरंतर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. इसी क्रम में देवघर प्रखंड सभागार में एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) की टीम द्वारा एक विशेष प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया.
NDRF टीम ने दी जीवनरक्षक तकनीकों की जानकारी
एनडीआरएफ के प्रशिक्षित अधिकारियों ने प्रखंड कर्मियों और उपस्थित लोगों को भूकंप, बाढ़, अग्निकांड, सर्पदंश और सड़क दुर्घटनाओं जैसी आपदाओं से निपटने के तौर-तरीके सिखाए. प्रशिक्षकों ने रक्तस्राव को रोकने, सीपीआर (हृदय पुनर्जीवन तकनीक), सर्पदंश की प्राथमिक चिकित्सा, हृदयाघात की स्थिति में तत्काल कदम, और जल में डूबने की दशा में राहत कार्य जैसे विषयों पर विस्तार से जानकारी दी.
प्रशिक्षण शिविर ने बचाव के हर पहलू को समेटा
कार्यक्रम में विशेष रूप से घायल व्यक्ति की ब्लीडिंग रोकने, चोटों को स्थिर करने, दमकल से पहले की आगजनी से सुरक्षा, तथा बाढ़ जैसी आपदाओं के समय आत्मरक्षा के उपायों को व्यवहारिक अभ्यास के साथ समझाया गया. उपस्थित कर्मियों को बताया गया कि ऐसी आपदाओं में संयम और त्वरित निर्णय ही जान बचाने का मूल मंत्र है.
प्रशिक्षण का मकसद – हर नागरिक बने ‘आपदा योद्धा’
एनडीआरएफ अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य न केवल सरकारी कर्मियों को तैयार करना है, बल्कि आम जनमानस में आपदा के प्रति जागरूकता बढ़ाना भी है. भविष्य में इन कर्मियों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों तक आपदा प्रबंधन की जानकारी पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है.
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