
देवघर : सर्किट हाउस के सभागार में शनिवार को त्रि-स्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों की बैठक जिप अध्यक्ष किरण कुमारी की अध्यक्षता में हुई। इसमें पांच अगस्त को रांची में होने वाले राज्यस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा विधानसभा घेराव कार्यक्रम में देवघर जिले से हजारों की संख्या में पंचायत प्रतिनिधियों के भाग लेने की रूपरेखा तैयार की गई। इस दौरान जिप अध्यक्ष ने कहा कि इन दिनों पंचायती राज व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो गई है। पंचायत प्रतिनिधियों को सरकार पंगु बना कर रखी है, अफसरशाही चरम सीमा पर है। राज्य सरकार व केन्द्र सरकार के आपसी तालमेल नहीं रहने के कारण पंचायत के विकास पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। राज्य की स्थिति ऐसी हो गई है कि पंचायत प्रतिनिधि चाह के भी कुछ काम नहीं कर सकते हैं।
पंचायतों को अधिकार से किया वंचित
वहीं मुखिया संघ के जिला अध्यक्ष अनिल साह ने कहा कि राज्य में पंचायती व्यवस्था 15 साल बीतने को है, लेकिन सरकार अभी तक पूर्ण अधिकार पंचायतों को नहीं दिया है। अधिकारियों ने पावर हाईजैक कर रखा है। सिर्फ कहने को रह गया न लोकसभा न विधानसभा सबसे बड़ा ग्रामसभा। राज्य वित्त आयोग की अनुशंसा हो गई है लेकिन पंचायत को राशि नहीं दी जा रही है। पिछले दो सालों से पंचायत में एक रूपए फंड नहीं दिया है। जिस कारण पंचायत का विकास पूरी तरह रूक गया है। अब सरकार से अधिकार की मांग नहीं करेंगे बल्कि छीनने का काम करेंगे। सरकार के रवैए से झारखंड के सभी त्रि-स्तरीय पंचायत प्रतिनिधि आक्रोशित हैं। पांच अगस्त को रांची में विधानसभा घेराव किया जायेगा।
बैठक में यह रहे मौजूद
बैठक में जिप सदस्य लक्ष्मी देवी, पिंकी कुमारी, दीपक मुर्मू, इमरान अंसारी, मनोज यादव, मुखिया संघ के प्रदेश प्रवक्ता ललन मिश्रा, प्रमंडलीय अध्यक्ष राजीव रंजन, रंजीत प्रधान, इंद्रदेव सिंह, सुशील देव, रणबीर मंडल, मंटू शेख, सुधीर यादव, नंदकिशोर तुरी, दिवाकर पासवान, सहिम खान सहित बड़ी संख्या में त्रि-स्तरीय पंचायत प्रतिनिधि मौजूद थे।
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