
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु के गंगईकोंडाचोलपुरम में राजा राजेंद्र चोल-I के नौसैनिक अभियान की 1,000वीं वर्षगांठ के अवसर पर 1,000 रुपये का विशेष सिक्का जारी किया। इस सिक्के का डिज़ाइन गंगईकोंडाचोलपुरम विकास परिषद ट्रस्ट के अध्यक्ष आर कोमागन ने तैयार किया था।
इस कार्यक्रम में परिवहन मंत्री एसएस शिवशंकर, तमिलनाडु के वित्त मंत्री थंगम थेन्नारासु और वीसीके नेता थोल थिरुमावलवन भी उपस्थित रहे।
सिक्के के पीछे सम्राट राजा राजेंद्र चोल-I को घोड़े पर सवार रूप में उकेरा गया है, जबकि बैकग्राउंड में पानी वाले जहाज की छवि दिखाई दे रही है। यह छवि उनके नौसैनिक अभियान को दर्शाती है।
यह सिक्का एक स्मारक सिक्का है, जिसे ऐतिहासिक महत्व के अवसर पर जारी किया गया है। आरबीआई द्वारा ऐसे सिक्के बाजार में चलने के लिए नहीं जारी किए जाते, बल्कि यह केवल संग्रहण के उद्देश्य से होते हैं। हालांकि, ऐसे सिक्के ऑनलाइन नीलामी में कई गुना अधिक कीमत पर बिकते हैं।
2010 में भी जारी हुआ था सिक्का
आरबीआई ने साल 2010 में भी 1,000 रुपये का सिक्का जारी किया था, जो तमिलनाडु के तंजावुर में वृहदीश्वर मंदिर की 1,000वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में था।यह सिक्का भारतीय इतिहास और संस्कृति की समृद्धि को दर्शाता है और ऐतिहासिक धरोहर के रूप में महत्वपूर्ण रहेगा।
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