
नई दिल्ली: नई दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में आयोजित राष्ट्रीय स्कूली पाइप बैंड प्रतियोगिता 6.0 में झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले के पीएमश्री कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय, पटमदा की छात्राओं ने शानदार प्रदर्शन कर नेशनल चैंपियन का खिताब जीता है. इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने विजेता टीम को सम्मानित किया.
मंत्री संजय सेठ ने सराहा झारखंड की बेटियों का जज्बा
समापन समारोह में अपने संबोधन के दौरान मंत्री संजय सेठ ने कहा कि झारखंड की सुदूर ग्रामीण क्षेत्र की बेटियों का यह प्रदर्शन देश के लिए प्रेरणादायक है. उन्होंने इन छात्राओं की मेहनत और अनुशासन को सलाम करते हुए कहा, “देश की सीमाओं पर भारत माता का जयकारा सैनिकों का मनोबल बढ़ाता है, और इस मंच पर झारखंड की बेटियों ने इसी भावना को जीवंत किया है.”
मुख्यमंत्री और अन्य अधिकारियों की शुभकामनाएं
झारखंड की इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, कला एवं खेलकूद मंत्री सुदिव्य सोनू, विभागीय मंत्री रामदास सोरेन और अन्य अधिकारियों ने टीम को बधाई दी है. राज्य शिक्षा परियोजना निदेशक शशि रंजन और राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी धीरसेन सोरेंग ने भी टीम को शुभकामनाएं प्रेषित कीं.
पांच साल बाद बनी राष्ट्रीय चैंपियन
राष्ट्रीय स्तर पर झारखंड की यह बड़ी उपलब्धि पांच वर्षों के लंबे अंतराल के बाद आई है. इससे पहले, टीम ने 2017 और 2019 में चैंपियनशिप जीती थी. 2025 में आयोजित प्रतियोगिता के पाइप बैंड वर्ग में टीम ने अपनी मेहनत और समर्पण से खिताब अपने नाम किया.
गणतंत्र दिवस पर रोस्ट्रम पर होगी प्रस्तुति
झारखंड की यह विजेता टीम गणतंत्र दिवस-2025 परेड में दिल्ली के रोस्ट्रम पर प्रदर्शन करेगी. इस टीम में कक्षा 8 से 12 तक की 25 छात्राएं शामिल हैं, जिन्होंने कठिन परिस्थितियों के बावजूद असाधारण अनुशासन और मेहनत से यह मुकाम हासिल किया है.
टीम का परिचय और नेतृत्व
इस विजेता टीम में पार्वती महतो, आशालता महतो, पिंकी कुंभकार, कल्याणी महतो, ममता महतो, बसंती महतो, वर्षारानी मांझी, साधना महतो, सुभद्रा कर्मकार, रुपाली टुडू, परमिला महतो, रुमा महतो, कल्पना टुडू, पूजा रानी महतो, रिया महतो और अन्य छात्राएं शामिल हैं. टीम का मार्गदर्शन बैंड मास्टर प्रेम राणा और पंजाब रेजिमेंट सेंटर के प्रशिक्षकों, जनरल सिंह व अमर वीर सिंह ने किया.
कला और अनुशासन का अनूठा संगम
2017 में अभ्यास शुरू करने वाली इस टीम ने जिला, राज्य और क्षेत्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में कई उपलब्धियां हासिल की हैं. यह प्रदर्शन सिर्फ कला का प्रदर्शन नहीं, बल्कि अनुशासन, मेहनत और सामूहिक प्रयास का जीता-जागता उदाहरण है.
संकल्प: 2047 में सर्वश्रेष्ठ भारत का निर्माण
समारोह के दौरान मंत्री संजय सेठ ने कहा कि 2047 में आजादी के 100 वर्ष पूरे होने पर भारत को दुनिया का सबसे श्रेष्ठ देश बनाने का लक्ष्य है. यह जीत उसी दिशा में एक कदम है, जहां कला, शिक्षा और अनुशासन का समावेश होगा.
प्रेरणा स्रोत बनेंगी झारखंड की बेटियां
यह उपलब्धि सिर्फ झारखंड नहीं, बल्कि पूरे देश की बेटियों के लिए प्रेरणा है. इन छात्राओं ने दिखा दिया कि अगर दृढ़ निश्चय और मेहनत हो, तो कोई भी लक्ष्य दूर नहीं. झारखंड की बेटियां भारत के हर कोने में अपनी सफलता की कहानियां लिखने को तैयार हैं.
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