- छठ पर्व में केवल पांच दिन शेष, फिर भी प्रशासन नहीं ले रहा कोई पहल
बाहरागोड़ा : बाहरागोड़ा प्रखंड के मानुषमुड़िया क्षेत्र में देव नदी के किनारे स्थित बरसोल छठ घाट की स्थिति इस वर्ष भी बदहाल बनी हुई है। छठ पर्व में अब महज पांच दिन बचे हैं, मगर घाट तक पहुंचने वाली सड़क गड्ढों से भरी पड़ी है। रास्ते में जगह-जगह जलजमाव और गंदगी का अंबार लगा हुआ है। छठव्रतियों को इसी दुर्दशा के बीच 27 अक्टूबर को घाट तक पहुंचना होगा। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन हर वर्ष मानुषमुड़िया के इस प्रमुख घाट की उपेक्षा करता है। मुखिया राम मुर्मू ने कहा कि जब भी छठ पूजा आती है, तब प्रशासन और जनप्रतिनिधि केवल वादे करते हैं, लेकिन कोई स्थायी समाधान नहीं होता। उन्होंने भविष्य में बरसोल में एक भव्य छठ घाट के निर्माण की मांग की है ताकि छठव्रतियों को सुविधा मिल सके।
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प्रशासन मौन, युवाओं ने उठाया सफाई और मरम्मत का जिम्मा
प्रशासन की ओर से कोई पहल न होते देख, इस वर्ष भी स्थानीय युवाओं और समाजसेवियों ने आगे आकर छठ घाट की सफाई और सड़क की मरम्मत का जिम्मा संभाला है। उन्होंने अपने स्तर पर श्रमदान कर घाट की साफ-सफाई शुरू कर दी है। युवाओं का कहना है कि यह पर्व लोक-आस्था से जुड़ा है और इसकी गरिमा बनाए रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। छठव्रतियों के लिए रास्ता सुगम बनाने के इन प्रयासों से उम्मीद है कि श्रद्धालु बिना परेशानी के पर्व मना सकेंगे। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से अपील की है कि इस घाट को स्थायी रूप से विकसित किया जाए ताकि हर वर्ष की यह परेशानी समाप्त हो सके।