
Jhargram : झाड़ग्राम जिले के गोपीबल्लभपुर-2 सदर प्रखंड के बेलियाबेड़ा स्थित चार सौ वर्ष पुराना ऐतिहासिक बाघेश्वर शिव मंदिर अब नवचेतना की छाया में सजने-संवरने जा रहा है। मंगलवार को जिलाधिकारी सुनील अग्रवाल ने इस प्राचीन मंदिर का दौरा किया और मंदिर के समीप बहने वाली तेज़ धारा वाली डुलिंग नदी के कटाव से मंदिर क्षेत्र को बचाने के लिए त्वरित और जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए। मंदिर से मात्र 50 मीटर की दूरी से गुजरती इस नदी के कटाव से न केवल मंदिर, बल्कि आसपास का एक बड़ा क्षेत्र भी प्रभावित हो सकता है। इस गंभीर खतरे को देखते हुए जिलाधिकारी ने तत्काल सिंचाई विभाग के अधिकारियों को घटनास्थल पर बुलाया और उपयुक्त सुरक्षा उपाय करने के निर्देश दिए।
प्रखंड विकास पदाधिकारी को धन्यवाद
स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह पहली बार है जब कोई जिलाधिकारी इस प्राचीन मंदिर में पहुंचे हैं। प्रतिवर्ष गाजन उत्सव और श्रावण मास में यहां हजारों श्रद्धालुओं का आगमन होता है। स्थानीय अंबी गांव के निवासी हीरालाल सोम ने कहा, “पहली बार हमारे मंदिर में कोई जिला शासक आए हैं। हमें उम्मीद है कि अब मंदिर केंद्रित विकास कार्य वास्तव में होगा। हम प्रखंड विकास पदाधिकारी को धन्यवाद देते हैं।”
500 मीटर लंबी सड़क का भी निरीक्षण
जिलाधिकारी अग्रवाल ने मंदिर परिसर के सौंदर्यीकरण, बैठने की व्यवस्था और आधारभूत संरचना को बेहतर करने की भी योजना की घोषणा की। उनकी इस पहल से स्थानीय लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई। केवल मंदिर ही नहीं, जिलाधिकारी ने उक्त अवसर पर ब्लॉक के कई अन्य विकास परियोजनाओं का भी निरीक्षण किया। बीडीओ नीलोत्पल चक्रवर्ती के साथ सबसे पहले वे ब्लॉक के कानपुर गांव पहुंचे, जहां उन्होंने 13 लाख रुपये की लागत से आदिवासी बहुल क्षेत्र में नवनिर्मित आंगनवाड़ी केंद्र का निरीक्षण किया। इसके बाद उन्होंने मिरालडिही गांव में 15 लाख रुपये की लागत से बनी लगभग 500 मीटर लंबी कंक्रीट सड़क का भी निरीक्षण किया।
कटाव को रोकने के जरूरी कदम उठाने का निर्देश
बेलियाबेड़ा कॉलेज परिसर में आयोजित वृक्षारोपण कार्यक्रम में भाग लेकर उन्होंने छात्रों और कॉलेज प्रबंधन को पर्यावरण के प्रति सजग रहने के लिए प्रेरित किया। इसके साथ ही ब्लॉक प्रशासन द्वारा आयोजित बच्चों की ‘बैठकर चित्र बनाओ’ प्रतियोगिता में भी उन्होंने हिस्सा लिया और विजेता बच्चों को पुरस्कृत कर उत्साहवर्धन किया। जिलाधिकारी सुनील अग्रवाल ने कहा, “मंदिर परिसर के सौंदर्यीकरण की योजना बनाई गई है और डुलिंग नदी के कटाव को रोकने के लिए सिंचाई विभाग को जरूरी कदम उठाने को कहा गया है। इसके साथ ही ब्लॉक के विभिन्न विकास परियोजनाओं का भी निरीक्षण किया गया है।” पूरा दिन चले इस दौरे से यह स्पष्ट हो गया कि प्रशासन जनता के विश्वास के केंद्र में रहकर विकास की दिशा दिखाने में सक्षम है।
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