
सरायकेला : चांडिल अनुमंडल स्थित चांडिल डैम नौका बिहार परिसर में समिति के कैम्प कार्यालय , चाण्डिल बाँध विस्थापित मत्स्य जीवि स्वावलम्बी सहकारी समिति लिमिटेड चाण्डिल की बैठक आयोजित की गई. बैठक में समिति के लोगों ने कहा कि मछली को ब्रीडिंग कर के रेहू, कतला,फंगस मछली जीरा उत्पादन करके जलाशय एवं क्रेज कल्चर में फिंगर मछली छोड़ा जाए इस उद्देश को लेकर यह मत्स्य हैंज़री बनाया गया था । कुछ दिनों के अन्दर करोड़ों रुपयों से बने हैंजरी को आज समिति द्वारा तोड़ा जा रहा है। किसके अनुमति से तोड़ा गया जो जांच की विषय है।
कहा बनाया गया था
वर्षों पहले मत्स्य विभाग द्वारा मछली की जीरा ओर फिंगर मछली की उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए यह ब्रीडिंग हाउस बनाया था, 20 वर्षों से आज अध्यक्ष और सचिव द्वारा संचालन बोटिंग के क्रेज कल्चर से फंगसी मछली उत्पादन करते हुए देखा गया। जिससे कई मछली मित्र जुड़े हुए हैं। आज तक कोई लोग मछली उत्पादन से जुड़े हुए हैं , सोचने वाली बात है कि फंगस मछली के उत्पादन और बिक्री को देखते हुए , लोगों को रोजगार सृजन पर काम करने, दूसरे राज्य पलायन किए विस्थापितों का मानना हैं कि पहले से जुड़े समिति सदस्य आज कहा है?
हैंजरी को तोड़े जाने पर
जिला मत्स्य विभाग के एफ ई ओ राजकुमार से पूछे जाने पर कहा कि हमारे संज्ञान में नहीं था।..? परंतु जांच पड़ताल करने के प्रश्चात उन लोगों पर कारवाई होगी । जो सरकारी संपति को बैगर अनुमति से तोड़ना गलत है।इस पर निर्णय लेने के बाद कार्रवाई होगा ।