
जादूगोड़ा: पर्यावरण चेतना केंद्र, बड़ा सिकदी में भगवान बिरसा मुंडा की 125वीं शहादत दिवस मनाई गई. इस अवसर पर संस्था के सदस्यों ने प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की. संस्था के निदेशक सिदेश्वर सरदार ने कहा, “धरती आबा के संघर्ष से ही जल, जंगल, जमीन और जीविका को संरक्षित करने वाला छोटानागपुर काश्तकारी अधिनियम अस्तित्व में आया.” उन्होंने नई पीढ़ी से अपील की कि वे बिरसा मुंडा के पदचिन्हों पर चलें और पर्यावरण-संवेदनशील समाज का निर्माण करें. समारोह में विभीषण सरदार, जयपाल सिंह, लक्ष्मी सिंह, गौरी सरदार, आनंद सरदार, उदय टुडू सहित कई सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे.
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