
पोटका : “मातृ शक्ति के माध्यम से मातृभाषा का प्रसार” अभियान के तहत आगामी कल 2 जून को पोटका प्रखंड के शंकरदा गांव स्थित सुभाष चबूतरा परिसर में गांव 28 महिला समूह के समन्वय में बांग्ला भाषा शिक्षा हेतु “अपूर पाठशाला” का संचालन शुरू कि जायेगी। उक्त कार्यक्रम में माताजी आश्रम हाता, गाजुड़ संस्था पिछली तथा झारखंड बांग्लाभाषी उन्नयन समिति संयुक्त रूप से योगदान करेंगे।
जागरूकता कार्यक्रम चलाने की आह्वान
अनुष्ठान की जानकारी देते हुए पूर्व जिला पार्षद पोटका सह भाषा सैनिक करुणामय मंडल ने बताया की झारखंड बांग्ला भाषी उन्नयन समिति के तत्वावधान में सम्पूर्ण प्रदेश में बांग्ला भाषा की लड़ाई लड़ी जा रही है तथा उसे पुनर्स्थापित करने हेतु जनजागरण की विभिन्न कार्यक्रम किया जा रहा है । उसी के तहत आज शंकरदा में भी उन माताओं को जिन्हें आज तक अपनी मातृभाषा बांग्ला भाषा को व्यवस्था की अभाव से सीखने की मौका नहीं मिला था . उन्हें मातृभाषा सिखाने की उद्देश्य से 28 महिला समूह को एकत्रित कर अपूर पाठशाला खोलने का निर्णय लिया गया है जो सबों की उपस्थिति से होगी जिससे उन माताओं के माध्यम से हम अति सहजता से अगली पीढ़ी तक अपनी भाषा को पंहुचा कर पुनर्जीवित कर पाएंगे। मंडल सभी बांग्ला भाषियों से ऐसे ही अपने अपने गावों में बांग्ला भाषा की रक्षार्थ जागरूकता कार्यक्रम चलाने की आह्वान किए।
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