
देवघर: झारखंड राज्य सहकारी दुग्ध उत्पादक महासंघ लिमिटेड मेधा डेयरी की ओर से बिरजामुन गांव में शनिवार को पशु स्वास्थ्य, उत्पादकता वृद्धि सह जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया. इस शिविर का उद्घाटन स्थानीय विधायक उदय शंकर सिंह उर्फ चुन्ना सिंह ने किया.
किसानों को जागरूक करने पर जोर
विधायक ने इस अवसर पर कहा कि पशुपालकों की समृद्धि के लिए पशुओं के स्वास्थ्य की देखभाल अनिवार्य है. उन्होंने किसानों को जागरूक करने और पशुओं के बेहतर इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए ऐसे शिविरों को निरंतर आयोजित करने की जरूरत बताई. साथ ही, उन्होंने आश्वस्त किया कि सरकार के सहयोग से क्षेत्र में पशु अस्पताल की स्थापना की जाएगी, ताकि पशुपालन को और अधिक आत्मनिर्भर बनाया जा सके.
झारखंड बन रहा दुग्ध उत्पादन में आत्मनिर्भर
मेधा डेयरी के देवघर व सारठ हब इंचार्ज मिलन मिश्रा ने बताया कि झारखंड, विशेषकर देवघर और सारठ, दुग्ध उत्पादन में आत्मनिर्भरता की ओर तेजी से अग्रसर है. उन्होंने बताया कि 2013 में मात्र 1,000 लीटर प्रतिदिन दूध उत्पादन करने वाली मेधा डेयरी, आज 50,000 लीटर से अधिक उत्पादन कर रही है.
पशुओं के संतुलित आहार पर विशेष ध्यान
मिलन मिश्रा ने कहा कि जैसे मनुष्य को सभी पोषक तत्वों की जरूरत होती है, वैसे ही पशुओं के लिए भी संतुलित आहार आवश्यक है. उन्होंने बताया कि सिर्फ पुआल और घास से पशुओं को संपूर्ण पोषण नहीं मिल सकता. अधिक दूध उत्पादन और पशुओं के अच्छे स्वास्थ्य के लिए मिनरल मिक्सचर, हरा चारा, प्रोटीन और वसा युक्त आहार देने की आवश्यकता पर बल दिया गया.
शिविर में पशुओं की हुई जांच
शिविर में रांची से आए पशु विशेषज्ञ पीके गुप्ता ने पशुपालन और उत्पादन वृद्धि से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी साझा की. वहीं, डॉ. मुकेश और उनकी टीम ने शिविर में आए पशुओं की स्वास्थ्य जांच और इलाज किया.
प्रमुख लोग रहे मौजूद
इस कार्यक्रम में प्रखंड प्रमुख गौतम रवानी, मुखिया के पिता सुधीर सिंह, किसान अजय सिंह, शालिग्राम मंडल, निलेश राय, दीपक मंडल समेत दर्जनों किसान और मेधा डेयरी के कर्मी उपस्थित थे.
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