
जमशेदपुर : झारखंड के होनहार पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी उमेश विक्रम ने वैश्विक खेल मंच पर भारत का परचम लहराते हुए एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है. बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन (BWF) द्वारा मंगलवार को जारी ताज़ा रैंकिंग में उन्होंने युगल वर्ग (डबल्स) में विश्व नंबर एक का गौरव प्राप्त किया है.
तीन वर्षों का कठोर अभ्यास
32 वर्षीय उमेश विक्रम टाटा स्टील ट्रेनिंग सेंटर, जमशेदपुर में पिछले तीन वर्षों से कोच विवेक कुमार के निर्देशन में लगातार अभ्यासरत हैं. उनके अथक परिश्रम और समर्पण का ही परिणाम है कि आज वे 48,265 अंकों के साथ डबल्स श्रेणी में शीर्ष पर हैं. उन्होंने यह मुकाम भारत के ही खिलाड़ी सूर्यकांत के साथ जोड़ी बनाकर प्राप्त किया है.
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन
हाल ही में 6 से 11 मई तक दुबई में आयोजित पैरा बैडमिंटन इंटरनेशनल प्रतियोगिता में उमेश ने डबल्स और सिंगल्स दोनों वर्गों में रजत पदक जीते. इसके तुरंत बाद, 13 से 18 मई तक बहरीन में हुई चौथी पैरा बैडमिंटन इंटरनेशनल में भी उन्होंने सूर्यकांत के साथ डबल्स में रजत पदक और सिंगल्स में कांस्य पदक अपने नाम किया.
सिंगल्स में भी दमदार उपस्थिति
एसएल श्री-3 वर्ग में खेलते हुए उमेश विक्रम की वर्तमान एकल रैंकिंग तीसरे स्थान पर है. लगातार उत्कृष्ट प्रदर्शन के कारण उन्हें आगामी पैरा ओलंपिक 2028 में भारत के लिए पदक जीतने की सबसे प्रबल उम्मीदों में गिना जा रहा है.
क्या ओलंपिक की ओर है उमेश का अगला कदम?
उमेश विक्रम की यह उपलब्धि केवल व्यक्तिगत नहीं, बल्कि झारखंड और पूरे देश के लिए गर्व की बात है. उनकी संघर्षपूर्ण यात्रा कई उभरते खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन चुकी है.
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