
जमशेदपुर: साकची स्थित पुराने महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) अस्पताल से डिमना स्थित नए भवन की ओर स्थानांतरण प्रक्रिया तेज़ी से जारी है. रविवार को सभी प्रशासनिक ऑफिसों का शिफ्टिंग कार्य पूर्ण कर लिया गया, और सोमवार से वे डिमना परिसर में क्रियाशील हो गए हैं.
अधीक्षक का निर्णय: अब नए अस्पताल भवन से ही संचालन
अस्पताल अधीक्षक डॉ. आर.के. मंधान ने जानकारी दी कि अब से वह डिमना भवन में बैठेंगे, ताकि व्यवस्थाओं को नए परिसर में सशक्त रूप से स्थापित किया जा सके. संचालन में तालमेल बनाए रखने हेतु उपाधीक्षक डॉ. नकुल चौधरी फिलहाल साकची परिसर में कार्यरत रहेंगे.
12 विभागों की ओपीडी सेवा शुरू
डिमना अस्पताल भवन में अब तक निम्नलिखित 12 विभागों की ओपीडी सेवा नियमित रूप से शुरू कर दी गई है:
जनरल मेडिसिन
जनरल सर्जरी
स्त्री एवं प्रसूति रोग
शिशु रोग
हड्डी रोग (ऑर्थोपेडिक्स)
नेत्र रोग (आई)
कान-नाक-गला (ईएनटी)
चर्म रोग
हृदय रोग
कैंसर
स्नायु रोग (न्यूरोलॉजी)
पैथोलॉजी
साथ ही, एआरटी सेंटर एवं दवा वितरण केंद्र भी नए भवन में पूरी तरह सक्रिय हो चुके हैं, जिससे मरीजों को एक ही परिसर में कई सुविधाएं मिलने लगी हैं.
साकची परिसर में क्या-क्या सेवाएं अब भी रहेंगी
हालांकि डिमना भवन में काफी सुविधाएं स्थानांतरित हो चुकी हैं, परंतु साकची के पुराने परिसर में अभी भी कई जरूरी चिकित्सा सेवाएं यथावत संचालित रहेंगी. इनमें शामिल हैं:
इमरजेंसी विभाग
मेडिसिन ओपीडी और संबंधित वार्ड
आईसीयू
एक्स-रे
अल्ट्रासाउंड
गायनिक ऑपरेशन थिएटर
बर्न वार्ड
शिशु वार्ड
दवा वितरण केंद्र
मरीजों को अब दो परिसरों में बांटी गई सेवाओं की जानकारी रखना ज़रूरी
अस्पताल प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे इलाज हेतु आने से पहले यह जान लें कि कौन-सी सेवा किस परिसर में उपलब्ध है, ताकि भ्रम की स्थिति से बचा जा सके. डिमना में नए भवन के सुदृढ़ बुनियादी ढांचे और सेवाओं के साथ, यह स्थान भविष्य में एमजीएम अस्पताल का केंद्रीय केंद्र बन सकता है.
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