
जमशेदपुर: मानगो पेयजल परियोजना के संचालन में व्याप्त त्रुटियों को दूर कर सभी क्षेत्रों में न्यायसंगत जल आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी. बुधवार को पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कार्यालय में विधायक सरयू राय के साथ आयोजित बैठक में यह सहमति बनी. बैठक में मानगो नगर निगम के उप नगर आयुक्त कृष्ण कुमार दूरभाष पर शामिल हुए. सरयू राय ने स्पष्ट निर्देश दिया कि पेयजल आपूर्ति की पारदर्शिता के लिए पानी की एक-एक बूंद का लेखा-जोखा रखा जाए.
परियोजना के डिजाइन में होगा संशोधन
बैठक में यह तथ्य सामने आया कि मानगो के कई क्षेत्रों में पाइपलाइन होते हुए भी जलापूर्ति नहीं हो रही है. कहीं पानी कुछ मिनटों के लिए आता है, तो कहीं एक बूंद भी नहीं पहुंचती.इन समस्याओं के स्थायी समाधान के लिए मानगो पेयजल परियोजना के प्रारंभिक ड्राइंग और डिजाइन में संशोधन की सहमति बनी. लंबे समय से चली आ रही परिचालन खामियों को दूर करने का निर्णय लिया गया.
जोनवार भेदभाव की होगी जांच
कार्यपालक अभियंता ने क्षेत्रीय कनीय अभियंताओं को निर्देशित किया कि वे उन क्षेत्रों की रिपोर्ट तैयार करें जहां जल आपूर्ति बाधित है.
उदाहरण के तौर पर:
जोन संख्या 6 में अधिक समय तक और अधिक मात्रा में पानी मिल रहा है.
वहीं जोन 1 और 3 में टंकियां मात्र 20-25 मिनट में खाली हो जाती हैं.
जोन 4 के समता नगर में आधे हिस्से को पानी देने की बात विभाग कह रहा है, जबकि हकीकत में वहां एक बूंद भी पानी नहीं पहुंच रहा.
पाइपलाइन संरचना में सुधार की योजना
बैठक में यह भी तय हुआ कि जोन 4 और 6 में एक पाइपलाइन से दूसरी राइजिंग पाइपलाइन को जोड़ा जाएगा. सुझाव दिया गया कि अगर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से सही मात्रा में जल आपूर्ति हो, तो किसी क्षेत्र में पानी की किल्लत नहीं होगी. बैठक के बाद आदित्यपुर स्थित पेयजल गुणवत्ता परीक्षण प्रयोगशाला का निरीक्षण किया गया. वहां नदी से खींचे गए जल के शुद्धिकरण के बाद की गुणवत्ता की जांच रिपोर्टों की समीक्षा की गई. रिपोर्टों में आपूर्तित जल की गुणवत्ता संतोषजनक पाई गई.
मोटर पंप खरीद और राजस्व पर फोकस
बैठक में यह भी बताया गया कि नया मोटर पंप खरीदने के लिए निविदा आमंत्रित कर दी गई है.
उप नगर आयुक्त कृष्ण कुमार को सरयू राय ने निर्देशित किया कि वे यह बताएं:
निगम में कुल कितने पेयजल उपभोक्ता पंजीकृत हैं?
कुल कितना राजस्व संग्रह हो रहा है?
शेष पानी कहां और कैसे जा रहा है?
बैठक में विधायक सरयू राय ने साफ शब्दों में कहा कि जल जैसी अनमोल संपदा की एक-एक बूंद का हिसाब रखा जाना चाहिए. यह न सिर्फ पारदर्शिता सुनिश्चित करेगा, बल्कि मानगो क्षेत्र के नागरिकों के जलसंकट को भी दूर करेगा.बैठक में कार्यपालक अभियंता सुमित कुमार, पवन सिंह, संतोष भगत और पिंटू सिंह भी उपस्थित थे.
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