
चाईबासा: दिरीबुरु पंचायत क्षेत्र के ठाकुरा गांव में मागे पोरोब पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. इस विशेष अवसर पर देशाउली स्थान पर दिउरी बुधराम चाम्पिया, जंडिया चाम्पिया और उनके अन्य सहयोगियों के साथ विधिपूर्वक पूजा-अर्चना की गई. पूजा में शारदा चाम्पिया, किताम्बार चाम्पिया, चंद्र मोहन चाम्पिया, मदन चाम्पिया, बाबूराम चाम्पिया, सुनिया चाम्पिया सहित कई अन्य ग्रामीण भी शामिल हुए.
पारंपरिक पूजा और बलि की रस्म
इस पूजा के दौरान दिउरी ने पारंपरिक रीति-रिवाजों का पालन करते हुए सिंहबोंगा के नाम पर लाल और काली मुर्गियों की बलि दी. इस बलि के माध्यम से गांव में सुख, शांति और खुशहाली की कामना की गई. पूजा के बाद महिलाओं ने भी इस आयोजन में भाग लिया, जिसमें गुरवारी चाम्पिया, सोमबारी चाम्पिया, बुधनी चाम्पिया, रानदाय चाम्पिया, जानो चाम्पिया सहित कई अन्य महिलाएं शामिल थीं.
नृत्य और संगीत का माहौल
पूजा के बाद गांव के पुरुष, महिलाएं और बच्चे पारंपरिक नगाड़े, मादल और ढोलक की थाप पर झूमते हुए नृत्य करने लगे. पूरे गांव में उल्लास और उमंग का वातावरण था, जहां हर कोई इस पर्व का आनंद ले रहा था. इस आयोजन में मदन चाम्पिया, माधो चाम्पिया, प्रांशत चाम्पिया, लंकेश चाम्पिया, जुरा चाम्पिया, शुभ पूर्ति सहित अन्य ग्रामीण भी उपस्थित रहे.
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