
गम्हरिया: गम्हरिया स्थित आरडी रबर रिक्लेम कंपनी में मजदूरों के अधिकारों और सुरक्षा से जुड़े मुद्दों को लेकर जारी आंदोलन को विधायक दशरथ गागराई ने बुधवार को अपना समर्थन दिया. वे स्वयं कंपनी परिसर पहुंचे और आंदोलनरत कामगारों से बातचीत की. विधायक ने मजदूरों की समस्याएं गंभीरता से सुनी और आश्वासन दिया कि वे इन मुद्दों को मुख्यमंत्री के समक्ष रखेंगे.
घायल मजदूर बना आंदोलन की चिंगारी
कामगारों ने बताया कि 23 मई को काम के दौरान बाजल टुडू नामक एक मजदूर का हाथ कट गया. इस घटना के बाद से ही मजदूर सुरक्षा की ठोस व्यवस्था की मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि जब तक सुरक्षा सुनिश्चित नहीं होती, तब तक काम करना मुमकिन नहीं. लेकिन इसके जवाब में कंपनी प्रबंधन ने ‘नो वर्क, नो पे’ नीति लागू कर मजदूरों का वेतन रोक दिया है.
वर्षों से लंबित वेतन और पीएफ की शिकायतें
बैठक में मजदूरों ने अन्य मुद्दों पर भी ध्यान दिलाया. कई वर्षों से लंबित वेतन भुगतान, फाइनल सेटलमेंट में देरी, प्रोविडेंट फंड (पीएफ) और कर्मचारी राज्य बीमा (ईएसआई) जैसी बुनियादी सुविधाओं की अनदेखी की बातें सामने आईं. कोल्हान मजदूर यूनियन के अध्यक्ष और पूर्व विधायक अरविंद सिंह की अध्यक्षता में कंपनी परिसर में एक बैठक आयोजित की गई. बैठक में यूनियन सदस्य केपी सोरेन, जगदीश नारायण चौबे सहित दर्जनों मजदूर शामिल हुए. चर्चा के दौरान श्रमिकों की मांगों और संघर्ष की रूपरेखा तय की गई.
अब उम्मीद या आंदोलन तेज़?
विधायक का समर्थन मिलने से कामगारों में उम्मीद जगी है. लेकिन कंपनी प्रबंधन के रुख को देखते हुए सवाल उठता है कि क्या मजदूरों की मांगें पूरी होंगी या संघर्ष और लंबा खिंचेगा?
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