
जमशेदपुर: सेंट मेरिस हिंदी स्कूल के प्रांगण में आज एक विशेष एलुमनाई मीटिंग आयोजित की गई. इसमें विद्यालय के 70 वर्षों के इतिहास में पास आउट हुए विद्यार्थियों को एक विशेष उद्देश्य से आमंत्रित किया गया था. इस कार्यक्रम में विद्यालय के छात्र, शिक्षक और प्रबंधन से जुड़े लोग बड़ी संख्या में उपस्थित रहे.
प्रबंधन ने साझा किया भविष्य का खाका
विद्यालय के सचिव फादर जयराज इग्नाटियस एस. और प्रधानाध्यापिका सिस्टर जॉयस कुल्लू ए.सी. ने बच्चों और शिक्षकों के साथ विद्यालय की वर्तमान स्थिति और भविष्य की योजनाओं की जानकारी साझा की. प्रधानाध्यापिका ने बताया कि आने वाले कुछ महीनों में विद्यालय एक नए भवन के निर्माण की तैयारी कर रहा है.
नर्सरी से प्लस टू तक पढ़ाई की योजना
अपने संबोधन में प्रधानाध्यापिका ने आगे कहा कि विद्यालय जल्द ही नर्सरी से प्लस टू तक की शिक्षा व्यवस्था शुरू करने का लक्ष्य बना रहा है. इस दिशा में आवश्यक संसाधनों और ढांचे के विस्तार की योजना तैयार की जा रही है.
सेवानिवृत्त शिक्षकों और एलुमनाई का सहयोग
इस अवसर पर विद्यालय की पूर्व शिक्षिकाएँ विजयालक्ष्मी विदुला, दीपा राय और मीता घोष भी उपस्थित रहीं. उन्होंने एलुमनाई छात्रों के साथ मिलकर विद्यालय के सपनों को साकार करने में पूर्ण सहयोग देने का भरोसा जताया.
एलुमनाई ने जताई प्रतिबद्धता
कार्यक्रम के दौरान एलुमनाई छात्रों ने भी उत्साहपूर्वक अपनी बातें रखीं और विद्यालय के हर प्रयास में समर्थन देने का वादा किया. अनुरंजन पैनाली, अंजनी कुमार, रूपेश झा, आनंद प्रकाश, मुरली मनोहर, बीरू, जयपाल सिंह, सुमंत कुमार कंवर, सरोज कुमार राय, गुरप्रीत सिंह, उमेश कुमार सिंह, ॐ प्रकाश और आलोक कुमार पाण्डेय जैसे अनेक पूर्व छात्रों की उपस्थिति से माहौल विशेष रहा.
सम्पूर्ण कार्यक्रम का संचालन बेलिना वरिन जोसेफ ने कुशलता पूर्वक किया और विद्यालय परिवार के साथ एलुमनाई के बीच एक मजबूत सेतु बनाने का कार्य किया.
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