जमशेदपुर: क़ौमी सिख मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अधिवक्ता कुलबिंदर सिंह ने केंद्र सरकार पर सिख विरोधी रवैया अपनाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने पाकिस्तान जाने वाले सिख श्रद्धालुओं को वीजा देने से इनकार कर दिया है, जो सिख समाज का अपमान है।
कुलबिंदर सिंह ने सवाल उठाया कि जब भारतीय क्रिकेट टीम दुबई में पाकिस्तान के खिलाफ मैच खेल सकती है, तो सिख श्रद्धालुओं को गुरु पर्व मनाने पाकिस्तान क्यों नहीं जाने दिया जा रहा? उनका आरोप है कि यह फैसला आईसीसी अध्यक्ष जय शाह के प्रभाव में लिया गया, जो गृह मंत्री अमित शाह के बेटे हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा और केंद्र सरकार जानबूझकर सिखों को आहत कर रही है। पंजाब में वोट न मिलने का बदला सिख समाज से लिया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान लगातार भारत को आतंकवाद के जरिए चोट पहुंचा रहा है, बावजूद इसके सरकार क्रिकेट खेलने की अनुमति देती है।
कुलबिंदर सिंह ने कहा कि 5 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा के दिन गुरु नानक जयंती है, जिन्होंने पूरी दुनिया को मानवता और एक ईश्वर का संदेश दिया। सरकार इस परंपरा और आस्था की अनदेखी कर रही है।
उन्होंने केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, रवनीत सिंह बिट्टू और भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा पर आरोप लगाया कि वे निजी फायदे के लिए सरकार के इशारों पर काम कर रहे हैं और सिख समाज के सच्चे प्रतिनिधि नहीं हो सकते।
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