
पोटका : मुंडा स्वशासन व्यवस्था के पोटका प्रखंड कमिटी द्वारा वार्षिक महोत्सव सह मिलन समारोह का आयोजन भालकी में किया गया। इस दौरान हजारों की संख्या में समाज के लोग पारंपरिक वेशभूषा में उपस्थित होकर सम्मेलन में भाग लिए। वहीं सम्मेलन में मुख्य अतिथि के तौर पर समाजसेवी बोध मुंडा, सलाहकार नियरेंज हेरेंज, जय हरि सिंह मुंडा, समाजसेवी उमेश मुंडा, बाउरी पद मुंडा, मेघनाथ सिंह मुंडा,विमल मुंडा, गोपीनाथ मुंडा, नेपाल मुंडा,दिगंबर सिंह मुख्य रूप से उपस्थित रहे। इस दौरान उपस्थित अतिथियों एवं समाज के लोगों के बीच मुंडा स्वशासन व्यवस्था की क्रियाकलापों पर विस्तार से चर्चा की गई।
मुंडा व्यवस्था का अपना स्वशासन व्यवस्था है
इस दौरान अध्यक्ष माधव सिंह मुंडा ने बताया कि सलाहकार का जो सुझाव रहा उसका काफी अच्छा समाज पर प्रभाव पड़ा, जिसके कारण एक अच्छा रिजल्ट देखने को मिला जिससे हम सब समाज के लोग संतुष्ट हैं। सरकार द्वारा जो योजना चलाई जा रही है इससे समाज के लोगों ने कहा की उम्मीद है कि हम सबों को इससे अच्छा लाभ मिलेगा। मुख्य अतिथि बोध मुंडा एवं सलाहकार नियरेंज हेरेंज ने कहा की कोल्हान में हो जाति की बहूलता है। मगर मुंडा समाज के लोग भी यहां के पूर्वज मूल रूप से निवास करते हैं। इसलिए मानकी मुंडा व्यवस्था कोल्हान में लागू हो तो हम सबों ने राज्यपाल को एक मांग पत्र सौंपते हुए आग्रह किया है कि मुंडा व्यवस्था का अपना स्वशासन व्यवस्था है। मुंडा समाज के लोग कोल्हान में निवास करते हैं।
मुंडा व्यवस्था भी लागू होना चाहिए
इसलिए मुंडा व्यवस्था भी लागू होनी चाहिए। इस पर राज्यपाल द्वारा सचिवालय के माध्यम से मुंडा सवशासन व्यवस्था के लोगों से कहा अपने व्यवस्था में कायम रहिए। परिचर्चा के दौरान अपने व्यवस्था को संभालने में एक साल में हम कितना सक्षम हुए हैं। उसका आकलन किया गया परिचर्चा की गई जिसमें समाज के लोग काफी संतुष्ट दिखे, समाज आज आगे बढ़ रहा है। पारंपरिक वेशभूषा के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं भव्य नृत्य का आनंद लिया गया वही इस सांस्कृतिक कार्यक्रम का अगुवाई अतिथियों द्वारा किया गया। कार्यक्रम अध्यक्ष माधव सिंह मुंडा एवं सहसचिव संजय मुंडा के नेतृत्व में संपन्न हुआ। कार्यक्रम को सफल बनाने में गोपाल मंडा, भूदेव मुंडा, बंकिम मुंडा, संजय मुंडा, जितेंद्र मुंडा, मोटा मुंडा, निर्मल मुंडा, कृष्णा मुंडा, मोकना मुंडा, शिवनाथ मुंडा, सेकेन मुंडा, ऋतिक मुंडा आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
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