
नई दिल्ली: विश्वप्रसिद्ध उद्योगपति और टेस्ला एवं एक्स के सीईओ एलन मस्क के पिता, एरोल मस्क, बुधवार को रामनगरी अयोध्या का भव्य दौरा करने पहुँचे। महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर विशेष विमान से आगमन के बाद, उन्होंने सबसे पहले राम जन्मभूमि परिसर में भगवान रामलला के दर्शन किए। उनके साथ 15 अन्य अतिथियों ने भी आरती में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने भारतीय संस्कृति और परंपराओं की प्रशंसा करते हुए उनका सम्मान व्यक्त किया।
अयोध्या एयरपोर्ट पर उतरते ही एरोल मस्क ने शुद्ध भारतीय अंदाज में स्थानीय लोगों का अभिनंदन किया और जोरदार “जय श्री राम” के उद्घोष से पूरे परिसर को गूंजित कर दिया। हनुमानगढ़ी के महंत हेमंत दास की उपस्थिति में उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए भारत में निवेश की संभावनाओं पर सकारात्मक दृष्टिकोण प्रकट किया। उन्होंने कहा, “मेरी यह यात्रा भारत में निवेश के अवसरों की खोज के लिए है। मैं भारतीय संस्कृति और परंपरा के गौरवशाली इतिहास का सम्मान करता हूँ।”
राम जन्मभूमि परिसर में लगभग एक घंटे बिताने के बाद, एरोल मस्क हनुमानगढ़ी पहुँचे जहां उन्होंने बजरंगबली के दर्शन किए। हनुमानगढ़ी परिसर में मीडिया से पुनः संवाद किया और अपनी यात्रा के उद्देश्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला। इसके बाद वे अपने निजी विमान से दिल्ली के लिए रवाना हो गए।
एरोल मस्क बहुराष्ट्रीय कंपनी सर्वोटेक पावर लिमिटेड के ग्लोबल एडवाइजर हैं। उनकी यह यात्रा भारत में हरित तकनीक और इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा देने के लिए भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। वे ‘मेक इन इंडिया’ पहल के अंतर्गत हरियाणा के सोनीपत में सर्वोटेक के अत्याधुनिक विनिर्माण संयंत्र का दौरा भी कर चुके हैं।
एरोल मस्क के साथ उनकी बेटी, जो कि एलन मस्क की बहन हैं, भी अयोध्या आईं। उनका भव्य स्वागत अयोध्या एयरपोर्ट पर हनुमानगढ़ी के पुजारी महंत हेमंत दास एवं जिला प्रशासन के अधिकारियों ने किया। राम मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारी भी उनकी अगवानी के लिए मौजूद थे।
तीर्थ क्षेत्र कोषाध्यक्ष महंत गिरि ने कहा, “रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद देश-विदेश की हस्तियों का अयोध्या आगमन बढ़ रहा है। विश्व के सबसे अमीर उद्योगपतियों में से एक, एलन मस्क के पिता का यहां आना भगवान राम की कृपा का प्रतीक है। यह राजा राम की बढ़ती प्रतिष्ठा को दर्शाता है।”
एरोल मस्क की यह यात्रा न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि इसमें आर्थिक और सांस्कृतिक महत्व भी निहित है। भारत में उनकी योजना दिल्ली में आयोजित ‘इंडिया-ग्लोबल ग्रीन टेक विजन फोरम 2025’ में मुख्य भाषण देने की भी है, जहां वे टिकाऊ विकास और हरित तकनीक में भारत के योगदान पर चर्चा करेंगे।
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