
देवघर: देवघर के कोरियासा मोहल्ले स्थित बजरंगबली मंदिर परिसर में कपिध्वज समाज द्वारा आयोजित रामचरितमानस नवाह परायण महायज्ञ का छठा दिन भक्तिमय माहौल में संपन्न हुआ. छठे दिन विधिवत हवन का आयोजन हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया. यज्ञ स्थल की परिक्रमा कर भक्तों ने पुण्य अर्जित किया. वातावरण वैदिक मंत्रों और भजन-कीर्तन से गूंज उठा.
बनारस से पधारे महेन्द्र शास्त्री ने सुनाई राम जन्म की लीला
प्रसिद्ध प्रवचनकर्ता पंडित महेन्द्र शास्त्री ने भगवान श्रीराम के जन्म प्रसंग का विस्तारपूर्वक वर्णन करते हुए कहा कि जब प्रभु राम जन्मे तो माता कौशल्या और महाराज दशरथ आश्चर्यचकित रह गए. बालक राम जन्म लेते ही वाणी से बोले, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि यह कोई सामान्य बालक नहीं बल्कि स्वयं नारायण हैं. महेंद्र शास्त्री ने श्रीराम की लीलाओं से जुड़ी अनेक कथाएं सुनाईं, जिससे उपस्थित श्रद्धालु भाव-विभोर हो उठे. उनके प्रवचनों में इतनी शक्ति थी कि श्रोता भावनाओं के रस में झूमने लगे.
प्रसाद वितरण और सेवा में जुटे रहे समिति सदस्य
आयोजन स्थल पर श्रद्धालुओं के बीच यज्ञ समिति की ओर से प्रसाद का वितरण किया गया. आयोजन को सफल बनाने में समिति के अध्यक्ष शैलेश दुबे, सचिव धर्मेंद्र रमानी तथा अन्य सदस्य पूरी निष्ठा और सेवा भाव से लगे हुए हैं. यह आयोजन क्षेत्र में धार्मिक चेतना और सामाजिक एकता का प्रतीक बन गया है. आगामी दिनों में भी राम कथा और यज्ञ अनुष्ठान की श्रृंखला जारी रहेगी.
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