
नई दिल्ली: सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय में आयोजित ‘फ्यूचर वॉर्स एंड वारफेयर’ कार्यक्रम के दौरान भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर अहम खुलासे किए. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने भारत को दबाव में लेने के लिए सुनियोजित प्रयास किया था. लेकिन भारत की सटीक और संयमित कार्रवाई ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया.
जनरल चौहान के अनुसार 10 मई को दोपहर करीब 1 बजे पाकिस्तान ने भारत के विरुद्ध गंभीर सैन्य गतिविधियां शुरू की थीं. उनके उद्देश्य थे – दबाव बनाना, युद्ध का वातावरण तैयार करना और भारत को 48 घंटे के भीतर घुटनों पर लाना. पाकिस्तान ने कई हमले किए और तनाव बढ़ाने का प्रयास किया.
भारत की प्रतिक्रिया: केवल आतंकी ठिकानों को बनाया निशाना
भारत ने जवाबी कार्रवाई में संयम दिखाया और केवल आतंकी अड्डों को निशाना बनाया. बिना नागरिक या सैन्य ठिकानों को नुकसान पहुंचाए, भारतीय सेना ने सटीक हमले किए. यही रणनीति पाकिस्तान के लिए चौंकाने वाली साबित हुई.
सीडीएस चौहान ने बताया कि पाकिस्तान को यह एहसास हो गया कि भारत से युद्ध छेड़ने का अर्थ होगा निश्चित पराजय. पाकिस्तान की योजना 48 घंटे तक दबाव बनाए रखने की थी, पर ऑपरेशन केवल 8 घंटे में ही ठप पड़ गया. इसके बाद पाकिस्तान ने खुद टेलीफोन कर भारत से बातचीत की इच्छा जताई.
सीडीएस के बयान से स्पष्ट है कि भारत अब केवल प्रतिक्रियाशील नहीं, बल्कि निर्णायक और रणनीतिक तरीके से कार्य कर रहा है. ऑपरेशन सिंदूर इस बात का प्रमाण है कि भारतीय सेना किसी भी परिस्थिति में देश की सुरक्षा सुनिश्चित करने में सक्षम है.
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