झाड़ग्राम: झाड़ग्राम जिले में टोटो चालकों की अनिश्चितकालीन हड़ताल सोमवार सुबह से शुरू हो गई। शहर के विभिन्न हिस्सों में चालक और मालिक एकत्र होकर विरोध प्रदर्शन करते नजर आए। टोटो संगठनों ने चेतावनी दी है कि अगर अगले 72 घंटे में उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ, तो वे बड़े आंदोलन की राह अपनाएंगे।
राज्य परिवहन विभाग ने हाल ही में नियम लागू किया है कि सड़क पर टोटो चलाने के लिए वैध पंजीकरण और चालक लाइसेंस अनिवार्य होंगे। सरकार ने इसके लिए शुल्क भी तय किया है।
लेकिन झाड़ग्राम के टोटो चालकों का आरोप है कि जिला आरटीओ कार्यालय नियमों का पालन कराते हुए उनसे मनमाने ढंग से ज्यादा धन वसूल रहा है। चालकों का कहना है कि पुराने टोटो का पंजीकरण कराना लगभग असंभव हो गया है। सरकारी मान्यता प्राप्त टोटो कंपनी मौजूद नहीं हैं और पुराने मॉडलों के लिए जरूरी कागजात जुटाने में भारी खर्च आता है।
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चालकों का यह भी आरोप है कि आरटीओ रोज नए-नए नियम लागू कर स्थिति और जटिल बना रहा है।
हड़ताल के कारण रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और बाजार से घर लौटने वाले लोग परेशान हैं। बुजुर्ग और दैनिक यात्री सबसे अधिक प्रभावित हो रहे हैं। नागरिकों और टोटो चालकों की मांग है कि प्रशासन तुरंत हस्तक्षेप करे और टोटो सेवाओं को जल्द शुरू कराया जाए।
उधर, गोपीबल्लभपुर ब्लॉक–I के टोटो चालकों ने भी भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) के बैनर तले 48 घंटे का बंद शुरू कर दिया। बीएमएस ने आपातकालीन सेवाओं के लिए 5 टोटो उपलब्ध रखे हैं।
बीएमएस नेताओं—अध्यक्ष चंदन मोहंती, रंजीत मदुली और प्रदीप मुदली—ने सभी टोटो चालकों से इस बंद को सफल बनाने का आग्रह किया है।